क्या आप जानते हैं रक्षाबंधन का त्योहार मनाने के पीछे की कहानी
रक्षाबंधन का त्योहार मनाने के पीछे एक प्रसिद्ध कहानी है। आइये जानते है इस कहानी को
एक बार श्रीकृष्ण जी मकर संक्रांति के अवसर पर गन्ना कट रहे थे कि तभी उनके हाथ की उँगली गलती से कट जाता है और खून बहने लगता है।
श्रीकृष्ण जी के बहते हुए खून को देखकर उनकी पत्नी रुक्मणी जी एक दास को पट्टी लाने के लिए भेजती है।
ये सभी दृश्य दूर खड़ी द्रौपदी जी देख रही थी, उसके बाद द्रौपदी जी श्रीकृष्ण जी के पास आती है।
द्रौपदी जी जल्दी से अपनी साड़ी का एक टुकड़ा फाड़कर श्रीकृष्ण जी के हाथ में बाँध देती है।
तभी श्रीकृष्ण जी द्रौपदी को कभी भी जरूरत पड़ने पर उनकी मदद करने का वचन देते हैं।
जब द्रौपदी का चीरहरण हो रहा था तब श्रीकृष्ण जी उनकी साड़ी को बहुत लम्बा कर देते है जो खत्म ही नहीं हुई।
इस तरह श्रीकृष्ण जी द्रौपदी की इज्जत उस समय बचाई जब उन्हें मदद की ज्यादा जरूरत थी।
तभी से रक्षाबंधन का यह शुभ त्योहार मनाया जाता है।