Atal Bihari Vajpayee : चौथी पुण्य तिथि पर देश दे रहा है अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि

Atal Bihari Vajpayee जी का आज चौथी पुण्यतिथि है, आज के ही दिन चार साल पहले अटल बिहारी वाजपेयी जी का निधन हुआ था। यह तारीख 16 अगस्त 2018 था, तब अटल बिहारी वाजपेयी जी 93 साल के थे। अटल बिहारी वाजपेयी जी को भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पुरस्कार भारत रत्न से 27 मार्च 2015 को नवाजा गया था।

अटल जी को श्रद्धांजलि (Tribute to Atal Bihari Vajpayee) :

हमारे भारत के 3 बार रह चुके पूर्व प्रधानमंत्री Atal Bihari Vajpayee जी की आज चौथी पुण्यतिथि है, इस पुण्यतिथि पर हमारे भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी जी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी, रक्षा मंत्रालय राजनाथ सिंह जी समेत बहुत सारे हमारे दिग्गज नेताओं ने उनकी समाधि स्थल “सदैव अटल” पर जाकर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। इन सभी नेताओं के साथ-साथ उनकी दत्तक पुत्री नमिता कौल भट्टाचार्य भी उनकी समाधि स्थल “सदैव अटल” पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पण की।

तीन बार रह चुके है पूर्व प्रधानमंत्री (Former Prime Minister who has lived three times):

Atal Bihari Vajpayee जी तीन बार हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके है। सर्वप्रथम वह पहली बार 1996 में प्रधानमंत्री बने, परंतु उस समय उनका कार्यकाल सिर्फ 13 दिनों का ही था, दूसरी बार वह 1998 में प्रधानमंत्री बने थे, उस समय उनका कार्यकाल 13 महीनों का था। आखिरी बार 1999 में वह फिर से प्रधानमंत्री बने और 5 साल का कार्यकाल पूरा किया। भारतीय जनता पार्टी को नींव रखने में उनका महत्वपूर्ण स्थान है।

कब शुरू हुआ अटल जी का चुनावी दौर (When did the election phase of Atal Bihari Vajpayee start) :

जनसंघ के संस्थापक में एक नाम Atal Bihari Vajpayee जी का भी आता है। अटल जी 1968 से लेकर 1973 तक जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं। सर्वप्रथम वह लोक सभा चुनाव 1952 में लड़े थे, लेकिन हार गए थे। इसके बाद उन्होंने फिर से यूपी के बलरामपुर से जनसंघ प्रत्याशी के रूप में 1957 में पहली बार जीत हासिल की। अटल जी 1977 से लेकर 1979 तक विदेश मंत्री भी रहे है जब मोरारजी देसाई की सरकार आपातकाल के बाद आई थी। अटल जी 1980 में भारतीय जनता पार्टी की स्थपना में अपना सहयोग दिया जब वह जनता पार्टी से अलग हो गए थे। उसके बाद उन्हें 6 अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी का अध्यक्ष भी बनाया गया। अध्यक्ष बनने के बाद उन्हें राज्य सभा के लिए दो बार चुना गया।

यह भी पढ़े-  Jerry Lee Lewis, rock  and roll pioneer passes away at the age of 87.

देश के विकास में योगदान(contribution to the development of the country):

देश के विकास में पूर्व प्रधानमंत्री Atal Bihari Vajpayee का महत्वपूर्ण योगदान था, अपने इस योगदान को पूरा करने के लिए उन्होंने कई बड़े फैसले लिए। अटल जी ने स्वर्णिम चतुर्भुज सड़क परियोजना द्वारा दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता को भी जोड़ने का प्रयास किया, जिससे देश की आर्थिक व्यवस्था में भी तेजी आई। अटल जी ने निजीकरण को आगे बढ़ाकर विनिवेश की शुरुआत की। अटल जी का संचार क्रांति में भी बहुत बड़ी उपलब्धि थी। अटल जी के ही कार्यकाल में 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को मुफ़्त शिक्षा यानि सर्व शिक्षा अभियान लागू किया गया। अटल जी मई 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण भी किया था, यह परीक्षण अटल जी ने इसलिए कराया था कि वह दुनिया को यह बता सके कि भारत भी एक परमाणु सम्पन्न देश है।

World Environment Day 2022 का इतिहास और कैसे हुई थी शुरुआत?

CWG 2022 Medal Tally Common Wealth Game 2022

आपको यह सभी पोस्ट Video के रूप में भी हमारे YouTube चैनल  Education 4 India पर भी मिल जाएगी।