टिकट अलबम प्रश्न-उत्तर | NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 9 | Ticket Album Class 6 Question Answer
आज हम आप लोगों को वसंत भाग-1 के कक्षा-6 का पाठ-9 (NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Bhag 1 Chapter 9) के टिकट अलबम पाठ का प्रश्न-उत्तर (Ticket Album Class 6 Question Answer) के बारे में बताने जा रहे है जो कि सुंदरा रामस्वामी (Sundar Ramaswamy) द्वारा लिखित है। इसके अतिरिक्त यदि आपको और भी NCERT हिन्दी से सम्बन्धित पोस्ट चाहिए तो आप हमारे website के Top Menu में जाकर प्राप्त कर सकते हैं।
टिकट अलबम प्रश्न-उत्तर | Ticket Album Class 6 Question Answer
प्रश्न-अभ्यास | Ticket Album Class 6
कहानी से
प्रश्न 1. नागराजन ने अलबम के मुख्य पृष्ठ पर क्या लिखा और क्यों ? इसका असर कक्षा के दूसरे लड़के-लड़कियों पर क्या हुआ?
उत्तर : नागराजन के अलबम के पहले पृष्ठ पर उसके मम ने मोती जैसे अक्षरों में लिख भेजा था-
ए. एम. नागराजन
साथ ही नीचे की पंक्तियों में लिखा था—
‘इस अलबम को चुराने वाला बेशर्म है। ऊपर लिखे नाम को कभी देखा है? यह अलबम मेरा है। जब तक घास हरी है और कमल लाल, सूरज जब तक पूर्व से उगे और पश्चिम में छिपे, उस अनंत काल तक के लिए यह अलबम मेरा है, रहेगा।’
नागराजन ने ऐसा इसलिए लिखा था ताकि यह अलबम हमेशा के लिए मेरे पास रहे और कोई भी मेरे अलबम को चुराने की कोशिश न करे। कक्षा के दूसरे लड़कों पर यह असर हुआ कि उन्होंने इसे अपने अलबम में उतार लिया और लड़कियों ने जल्दी से इसे अपने कॉपी और किताबों में लिख लिया।
प्रश्न 2. नागराजन के अलबम के हिट हो जाने के बाद राजप्पा के मन की क्या दशा हुई?
उत्तर : नागराजन का अलबम हिट हो जाने के बाद राजप्पा मन ही मन कुढ़ रहा था, उसे स्कूल जाना अच्छा नहीं लगता था और लड़कों के सामने जाने में शर्म भी लगती थी। राजप्पा ज्यादातर शनिवार व रविवार को टिकट की खोज में बाहर जाता था परन्तु वह अब घर में ही रहता है। उसे अपने अलबम से चिढ़ होने लगी थी। राजप्पा को यह महसूस होने लगा कि अब मेरा अलबम वाकई कूड़ा हो गया है।
प्रश्न 3. अलबम चुराते समय राजप्पा किस मानसिक स्थिति से गुजर रहा था?
उत्तर : अलबम चुराते समय राजप्पा का दिल बहुत घबरा रहा था कि उसे कहीं कोई देख न ले। राजप्पा घर जाकर अलबम को छिपा कर बाहर आकर झाँका तब उसका पूरा शरीर जल रहा था, गला सूख रहा था, चेहरा तमतमाने लगा था।
प्रश्न 4. राजप्पा ने नागराजन का टिकट-अलबम अँगीठी में क्यों डाल दिया?
उत्तर : अपु ने राजप्पा को बहुत डरा दिया था। राजप्पा ने सोचा कि नागराजन के पिता डी. एस. पी. के दफ्तर में काम करते है तो शायद वही पुलिस लेकर मुझे पकड़ने आये होंगे। इसी डर के कारण राजप्पा ने नागराजन के टिकट अलबम को जलती हुई अँगीठी में डाल दिया।
प्रश्न 5. लेखक ने राजप्पा के टिकट इकट्ठा करने की तुलना मधुमक्खी से क्यों की?
उत्तर : लेखक ने राजप्पा के टिकट इकट्ठा करने की तुलना मधुमक्खी से इसलिए कि क्योंकि जिस प्रकार मधुमक्खी सारा दिन दूर तक घूम-घूमकर फूलों से मकरंद (फूलों का रस) चूसती है और शहद की एक-एक बूंद इकट्ठा करती है, उसी प्रकार राजप्पा भी सारा दिन मेहनत करके दूर-दूर से टिकट इकट्ठा करके लाता था।
कहानी से आगे
प्रश्न 1. टिकटों की तरह ही बच्चे और बड़े दूसरी चीजें भी जमा करते हैं। सिक्के उनमें से एक हैं। तुम कुछ अन्य चीजों के बारे में सोचो जिन्हें जमा किया जा सकता है। उनके नाम लिखो।
उत्तर : टिकटों और सिक्कों के अलावा पेंटिंग्स, पुराने सिक्के, दूसरे देशों के रुपये, सीप, शंख, कुछ अनमोल कलाकृतियाँ जमा की जा सकती हैं।
प्रश्न 2. टिकट-अलबम का शौक रखने के राजप्पा और नागराजन के तरीके में क्या फ़र्क है? तुम अपने शौक के लिए कौन सा तरीका अपनाओगे?
उत्तर : राजप्पा ने अपने टिकट को इकट्ठा करने में बड़ी मेहनत की थी फिर अपने अलबम को तैयार किया था। परंतु नागराजन को बैठे-बिठाए सुंदर-सा अलबम उसके मामाजी ने सिंगापुर से उसके लिए भेज दिया था। उसे टिकट को इकट्ठा करने में कोई परेशानी नहीं हुई। यदि मुझे टिकट अलबम बनाना होगा, तो मैं राजप्पा का तरीका अपनाऊँगा क्योंकि अपनी मेहनत से कुछ करने की खुशी और बिना मेहनत के पा लेने में अंतर होता है।
प्रश्न 3. इकट्ठा किए हुए टिकटों का अलग-अलग तरह से वर्गीकरण किया जा सकता है, जैसे-देश के आधार पर। ऐसे और आधार सोचकर लिखो।
उत्तर : टिकटों का वर्गीकरण निम्न आधार पर किया जा सकता है- देश के प्रतीक चिन्हों के आधार पर, महापुरुषों के आधार पर, सामाजिक समस्याओं के आधार पर, रंगों के आधार पर, ऐतिहासिक घटनाक्रम के आधार पर, स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिए सेनानियों के आधार पर, इत्यादि।
प्रश्न 4. कई लोग चीजें इकट्ठी करते हैं और ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में अपना नाम दर्ज करवाते हैं। इसके पीछे उनकी क्या प्रेरणा होती होगी। सोचो और अपने दोस्तों से इस पर बातचीत करो।
उत्तर : जब किसी भी व्यक्ति में चीजें इकट्ठा करने का शौक बहुत ज्यादा हो जाता है और वह दुनिया के बाकी लोगों को पीछे छोड़ देता है, तब उस व्यक्ति का नाम गिनीज बुक में दर्ज हो जाता है। ऐसे लोगों के अंदर कुछ अनोखा करने और प्रसिद्ध होने की लालसा में लोग इस तरह के काम करते हैं।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1. राजप्पा अलबम के जलाए जाने की बात नागराजन को क्यों नहीं कह पाता है? अगर वह कह देता तो क्या कहानी के अंत पर कुछ फ़र्क पड़ता? कैसे?
उत्तर : यदि राजप्पा अलबम को जला देने की बात नागराजन को बता देता तो शायद नागराजन उसे ईष्यालु और चोर समझता जिसके कारण दोनों में शत्रुता हो जाती। नागराजन उससे लड़ भी सकता था। राजप्पा को अपने माता-पिता से डाँट भी सुननी पड़ती। शायद नागराजन इस घटना को स्कूल में भी सबको बता देता और राजप्पा को शरमिंदगी झेलनी पड़ती।
प्रश्न 2. कक्षा के बाकी विद्यार्थी स्वयं अलबम क्यों नहीं बनाते थे? वे राजप्पा और नागराजन के अलबम के दर्शक मात्र क्यों रह जाते हैं? अपने शिक्षक को बताओ।
उत्तर : कक्षा में बाकी विद्यार्थी स्वयं अलबम शायद इसलिए नहीं बनाते थे क्योंकि उनके अंदर कुछ नया काम करने का शौक नहीं था और वे परिश्रम नहीं करना चाहते थे। वे सभी राजप्पा और नागराजन के अलबम को ही देखकर खुश हो जाते थे।
भाषा की बात
प्रश्न 1. निम्नलिखित शब्दों को कहानी में ढूँढ़कर उनका अर्थ समझो। अब स्वयं सोचकर इनसे वाक्य बनाओ-
खोंसना | जमघट | टटोलना | कुढ़ना | ठहाका |
अगुआ | पुचकारना | खलना | हेकड़ी | तारीफ़ |
उत्तर :
शब्द | अर्थ | वाक्य-प्रयोग |
खोंसना | फँसाना | शीला ने अपने साड़ी का पल्लू कमर में खोंस लिया। |
जमघट | भीड़ | मदारी बंदर का खेल दिखा रहा था, तभी लोगों का जमघट लग गया। |
टटोलना | ढूँढना खोजना | मैंने पूरा बक्सा टटोल लिया परन्तु कहीं कुछ भी नहीं मिला। |
कुढ़ना | अपने आप पर गुस्सा करना | श्याम अपनी बुराई सुनकर कुढ़ने लगा। |
ठहाका | ज़ोर से हँसना | सीता के चुटकुले पर लोग ठहाका मार के हँस पड़े। |
अगुआ | आगे चलने वाला | चंचल की शादी में अगुआ सुरेश थे। |
पुचकारना | सांत्वना देना, प्यार से बुलाना | बच्चे को रोते देखकर माँ ने उसे पुचकारा। |
खलना | बुरा लगना | बेकार की चीजों में पैसे खर्च करना बहुत खलता है। |
हेकड़ी | अकड़ या जबरदस्ती | दो थप्पड़ मारूँगा तुम्हारी सारी हेकड़ी निकल जायेगी। |
तारीफ़ | प्रशंसा | रीना के काम करने के तरीकों की सभी तारीफ करते है। |
प्रश्न 2. कहानी से व्यक्तियों या वस्तुओं के लिए प्रयुक्त हुए ‘नहीं’ का अर्थ देने वाले शब्दों (नकारात्मक विशेषण) को छाँटकर लिखो। उनका उलटा अर्थ देने वाले शब्द भी लिखो।
उत्तर :
नकारात्मक विशेषण | उलटा अर्थ देने वाले शब्द |
घमंडी | स्वाभिमानी |
फिसड्डी | बढ़िया |
ईर्ष्यालु | प्रेमी |
बेशर्म | शर्मिला |
फालतू | आवश्यक |
उतरा | चढ़ा |
कीमती | सस्ता |
चिंतित | निश्चिंत |
भयानक | मनभावन |
कुछ करने को
प्रश्न 1. मान लो कि स्कूल में तुम्हारी कोई प्रिय चीज़ खो गई है। तुम चाहते हो कि जिसे वह चीज़ मिले वह तुम्हें लौटा दे। इस संबंध में स्कूल के बोर्ड पर लगाने के लिए एक नोटिस तैयार करो जिसमें निम्नलिखित बिंदु हों-
(क) खोई हुई चीज़
(ख) कहाँ खोई ?
(ग) मिल जाने पर कहाँ लौटाई जाए?
(घ) नोटिस लगाने वाले/वाली का नाम और कक्षा
उत्तर :
नोटिस
सूचनापट्ट
कल दिनांक 05-04-20xx को मेरी छठी कक्षा की हिंदी की पुस्तक विद्यालय के लाइब्रेरी में खो गई है। यदि किसी को यह पुस्तक मिली हो, तो छठी कक्षा में आकर मुझे देने का कष्ट करें।
विकास शर्मा
छठी ‘ब’, क्रमांक-02
प्रश्न 2. डाक टिकटों के बारे में और जानना चाहते हो तो नेशनल बुक ट्रस्ट, नई दिल्ली से प्रकाशित पुस्तक ‘डाक टिकटों की कहानी पढ़ो।
उत्तर : विद्यार्थी विद्यालय के पुस्तकालय से इस पुस्तक को लेकर स्वयं पढ़े।
सुनना-सुनाना
प्रश्न 1. राजप्पा और नागराजन की तरह क्या तुम भी कोई शौक रखते हो? उससे जुड़े किस्से सुनाओ।
उत्तर : नागराजन और राजप्पा की भाँति मुझे भी पुराने जमाने के सिक्के इकट्ठे करने का शौक है। मैं पुराने सिक्के को ज्यादा पैसे देकर खरीद लेता हूँ। आज मेरे पास पुराने जमाने के करीब 200 सिक्के हैं। मैं इन सिक्कों को जमा करके इसलिए रखता हूँ ताकि आने वाले समय में दूसरे बच्चे भी इसके बारे और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकें। छात्र इस प्रकार के अनेक अनुभव कक्षा में सुना सकते हैं।
प्रश्न 2. कुछ कहानियाँ सुखांत होती हैं और कुछ कहानियाँ दुखांत। इस कहानी के अंत को तुम दुखांत मानोगे या सुखांत? बताओ।
उत्तर : कहानियाँ प्रायः दो प्रकार की होती हैं- सुखांत और दुखांत। ऐसी कहानियाँ जिसका अंत सुखद होता है, सुखांत कहानियाँ कहलाती हैं। जिन कहानियों का अंत किसी दुखद घटना से होता है, वे दुखांत कहानियाँ कहलाती हैं। इस कहानी का अंत राजप्पा के फूट-फूटकर रोने से होता है। अतः यह कहानी दुखांत है।
बोलते-चेहरे
कुढ़ता चेहरा | ईष्यालु चेहरा | घमंडी चेहरा | अपमानित चेहरा |
भूखा चेहरना | चालबाज़ चेहरा | भयभीत चेहरा | रुआँसा चेहरा |
- इन भावों को अभिव्यक्त करके दिखाओ।
उत्तर : छात्र स्वयं करें।
इस पोस्ट के माध्यम से हम वसंत भाग-1 के कक्षा-6 का पाठ-8 (NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Bhag 1 Chapter 8) के टिकट अलबम पाठ का प्रश्न-उत्तर (Ticket Album Class 6 Question Answer) के बारे में जाने जो की सुंदरा रामस्वामी (Sundar Ramaswamy) द्वारा लिखित हैं । उम्मीद करती हूँ कि आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आया होगा। पोस्ट अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले। किसी भी तरह का प्रश्न हो तो आप हमसे कमेन्ट बॉक्स में पूछ सकतें हैं। साथ ही हमारे Blogs को Follow करे जिससे आपको हमारे हर नए पोस्ट कि Notification मिलते रहे।
आपको यह सभी पोस्ट Video के रूप में भी हमारे YouTube चैनल Education 4 India पर भी मिल जाएगी।