CTET 2021 Question Paper | CTET Question Paper 2021 pdf download | CTET Jan Paper-1 Code-I CDP Answer Key
CTET Question Paper 2021 Solution in Hindi, CTET 2021 Question Paper CDP in Hindi, CTET 2021 PDF in Hindi
CTET Exam 2021 –
यहाँ आप लोगों को CBSE CTET Exam 2021 जो कि 31 January 2021 को आयोजित हुआ था, उसका Answer Key 2021 in Hindi दिया गया है। नीचे हम आप लोगों को CTET Paper 1 CDP 31 January 2021 का पूरा Answer Key Hindi में दे दिया गया है।
CTET Question Paper 2021 pdf Download in Hindi –
CTET 2021 में आयोजित परीक्षा में CTET Paper 1 CDP का complete Answer Key PDF Download नीचे दिए लिंक से डाउनलोड कर सकते है। CTET Question Paper 2021 के सभी विषय के पेपर का solution आपको नीचे लिंक में दे दिया गया है। आपको जिस भी विषय का solution चाहिए आप लिंक में जाकर solution देख सकते है, साथ ही pdf भी download कर सकते हैं। जैसा कि आप सभी जानते है कि Central Eligibility Test CBSE द्वारा साल में 2 बार conduct किया जाता है। परन्तु covid के कारण paper conduct कराने में delay हो गया है। CBSE ने एक बार फिर नोटिस जारी करके बताया है कि इस साल december 2021 या january 2022 में फिर से CTET का exam conduct कराएंगे।
1. एक खेल क्रिया के दौरान चोट लगने पर रोहन रोने लगा। यह देखकर उसके पिता ने कहा “लड़कियों की तरह व्यवहार नाकरो; लड़के रोते नहीं है।” पिता का यह कथन –
(1) लैंगिक रूढ़िवादिताओं को दर्शाता है।
(2) लैंगिक रूढ़िवादिताओं को चुनौती देता है।
(3) लैंगिक भेदभाव को कम करता है।
(4) लैंगिक समानता को बढ़ावा देता है।
Ans- (1) लैंगिक रूढ़िवादिताओं को दर्शाता है।
2. एक प्रगतिशील कक्षा में –
(1) अध्यापक को अटल पाठ्यक्रम का पालन करना चाहिए।
(2) विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा पर बल देना चाहिए।
(3) ज्ञान की संरचना के लिए प्रचुर मौक प्रदान करने चाहिए।
(4) विद्यार्थियों को उनके अकादमिक अंकों के आधार पर नामांकित करना चाहिए।
Ans- (3) ज्ञान की संरचना के लिए प्रचुर मौक प्रदान करने चाहिए।
3. एक गतिविधि के दौरान , छात्रों को संघर्ष करते देख, एक अध्यापिका बच्चों को संकेत और इशारे जैसे- ‘क्या, क्यों, कैसे’ प्रदान करने का फैसला लेती है। लेव वायगोत्सकी के सिद्धान्त के अनुसार , अध्यापिकाकी यह योजना –
(1) बच्चों को अधिगम के लिए अनुत्प्रेरित/निष्प्रेरित करेगी।
(2) अधिगम के लिए पाड़/आधारभूत संचरना का काम करेगी।
(3) छात्रों में प्रत्याहार/निकास प्रवृतियाँ पैदा करेगी।
(4) अधिगम की प्रक्रिया में अर्थहीन होगी।
Ans- (2) अधिगम के लिए पाड़/आधारभूत संचरना का काम करेगी।
4. बच्चों के समाजीकरण के संदर्भ में निम्न में से कौन-सा कथन सही है?
(1) विद्यालय समाजीकरण का एक द्वितीयक कारक है और परिवार समाजीकरण का एक प्राथमिक कारक है।
(2) विद्यालय समाजीकरण का एक प्राथमिक कारक है और समकक्षी समाजीकरण के द्वितीयक कारक है।
(3) समकक्षी समाजीकरण के प्राथमिक कारक हैं और परिवार समाजीकरण का एक द्वितीयक कारक है।
(4) परिवार एवं जन-संचार दोनों समाजीकरण के द्वितीयक कारक है।
Ans- (1) विद्यालय समाजीकरण का एक द्वितीयक कारक है और परिवार समाजीकरण का एक प्राथमिक कारक है।
5. बहु-बुद्धि का सिद्धांत जोर देता है कि –
(1) बुद्धि-लब्धि केवल वस्तुनिष्ठ परीक्षणों द्वारा ही मापी जा सकती है।
(2) एक आयाम में बुद्धिमत्ता, अन्य सभी आयामों में बुद्धिमत्ता निर्धारित करती है।
(3) बुद्धिमत्ता की विभिन्न दशाएँ हैं।
(4) बुद्धिमत्ता में कोई व्यक्तिगत विभिन्नताएँ नहीं होती हैं।
Ans- (3) बुद्धिमत्ता की विभिन्न दशाएँ हैं।
6. लॉरेंस कोलबर्ग के सिद्धांत के अनुसार, ‘किसी कार्य को इसलिए करना, क्योंकि दूसरे इसे स्वीकृति देते हैं”, नैतिक विकास के _______ चरण को दर्शाता है।
(1) प्रथा-पूर्व
(2) प्रथागत
(3) उत्तर – प्रथागत
(4) अमूर्त संक्रियात्मक
Ans- (2) प्रथागत
7. लेव वायगोत्स्की का सामाजिक-सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य, अधिगम प्रक्रिया में ___ के महत्त्व पर जोर देता है।
(1) सांस्कृतिक उपकरणों
(2) गुणारोपण
(3) अभिप्रेरणा
(4) संतुलीकरण
Ans- (1) सांस्कृतिक उपकरणों
8.जीन पियाजे अपने संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत में, संज्ञानात्मक संरचनाओं को _______के रूप में वर्णित करते हैं।
(1) मनोवैज्ञानिक उपकरणों
(2) उद्दीपक-अनुक्रिया संबंध
(3) विकास का समीपस्थ क्षेत्र
(4) स्कीमा/मनोबंध
Ans- (4) स्कीमा/मनोबंध
9. जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत में, पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था में विकास का मुख्य गुण क्या होता है ?
(1) अमूर्त सोच का विकास
(2) विचार/सोच में केंद्रीकरण
(3) परिकल्पित-निगमनात्मक सोच
(4) संरक्षण और पदार्थों को क्रमबद्ध करने की क्षमता
Ans- (2) विचार/सोच में केंद्रीकरण
10. विकास के संदर्भ में निम्न में से कौन सा कथन सही है?
(1) विकास की दर, सभी संस्कृतियों में सभी के लिए समान होती है।
(2) विकास केवल विद्यालय में होने वाले अधिगम से ही होता है।
(3) विकास केवल बाल्यावस्था के दौरान ही होता है।
(4) विकास बहुआयामी होता है।
Ans- (4) विकास बहुआयामी होता है।
11. जन्म से किशोरावस्था तक बच्चों में विकास किस क्रम में होता है?
(1) सांवेदिक, मूर्त, अमूर्त
(2) अमूर्त, सांवेदिक, मूर्त
(3) मूर्त, अमूर्त, सांवेदिक
(4) अमूर्त, मूर्त , सांवेदिक
Ans- (1) सांवेदिक, मूर्त, अमूर्त
12. एक प्रगतिशील कक्षा में व्यक्तिगत विभिन्नताओं को किस प्रकार देखा जाना चाहिए ?
(1) अधिगम की प्रक्रिया में बाधा।
(2) अध्यापक के पक्ष पर असफलता।
(3) योग्यता-आधारित समूह बनाने का मापदंड।
(4) अध्यापन-अधिगम प्रक्रिया की परियोजना के लिए महत्त्वपूर्ण।
Ans- (4) अध्यापन-अधिगम प्रक्रिया की परियोजना के लिए महत्त्वपूर्ण।
13. एक समावेशी कक्षा में __ पर जोर होना चाहिए।
(1) प्रदर्शन-अभिमुखी लक्ष्यों
(2) अविभेदी/समरूपी निर्देशों
(3) सामाजिक पहचान के आधार पर छात्रों के अलगाव
(4) हर बच्चे के सामर्थ्य को अधिकतम करने के लिए अवसर प्रदान करने
Ans- (4) हर बच्चे के सामर्थ्य को अधिकतम करने के लिए अवसर प्रदान करने
14. दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम (2016) के अनुसार, निम्न में से किस शब्दावली का प्रयोग उपयुक्त है ?
(1) मंदित छात्र
(2) विकलांग छात्र
(3) छात्र जिसे शारीरिक दिव्यांगता है।
(4) छात्र जिसका अशक्त शरीर है।
Ans- (3) छात्र जिसे शारीरिक दिव्यांगता है।
15. अधिगम कठिनाइयों से जूझते छात्रों की जरूरतों को संबोधित करने के लिए, एक अध्यापक को क्या नहीं करना चाहिए ?
(1) दृश्य-श्रव्य सामग्रियों का इस्तेमाल ।
(2) संरचनात्मक शिक्षाशास्त्रीय उपागमों का इस्तेमाल ।
(3) व्यक्तिगत शैक्षिक योजना बनाना ।
(4) शिक्षाशास्त्र और आकलन की जटिल संरचनाओं का प्रयोग।
Ans- (4) शिक्षाशास्त्र और आकलन की जटिल संरचनाओं का प्रयोग।
16. सर्जनात्मकता की पहचान का प्रमुख लक्षण क्या है ?
(1) कम परिज्ञानता/बोधगम्यता
(2) अपसारी चिंतन
(3) अतिसक्रियता
(4) असतर्कता
Ans- (2) अपसारी चिंतन
17. विविध पृष्ठभूमियों के अधिगमकर्ताओं को संबोधित करने हेतु, एक अध्यापक को –
(1) विविधता संबंधी मुद्दों पर बातचीत टालनी चाहिए।
(2) विविध विन्यासों से उदाहरण लेने चाहिए।
(3) सभी के लिए मानकीकृत आंकलनों का इस्तेमाल करना चाहिए।
(4) ऐसे कथनों का इस्तेमाल करना चाहिए जो नकारात्मक रूढ़िबद्ध धारणाओं को मजबूत करें।
Ans- (2) विविध विन्यासों से उदाहरण लेने चाहिए।
18. समस्या समाधान क्षमताओं किस प्रकार सुसाध्य किया जा सकता है?
(1) लगातार अभ्यास और कार्यान्वयन पर जोर देकर।
(2) समस्याओं के हल हेतु अटल प्रक्रिया के इस्तेमाल को बढ़ावा देकर।
(3) समरूपों के इस्तेमाल को बढावा देकर।
(4) विद्यार्थियों में डर की भावना पैदा कर।
Ans- (3) समरूपों के इस्तेमाल को बढावा देकर।
19. अधिगम की अभिप्रेरणा को किस प्रकार कायम रखा जा सकता है?
(1) बच्चे को दंड देकर ।
(2) प्रवीणता-अभिमुखी लक्ष्यों पर जोर देकर ।
(3) बच्चों को बहुत आसान क्रियाकलाप देकर ।
(4) यंत्रवत याद करने पर जोर देकर ।
Ans- (2) प्रवीणता-अभिमुखी लक्ष्यों पर जोर देकर ।
20. शर्मिंदगी________
(1) का संज्ञान से कोई संबंध नहीं है ।
(2) का संज्ञान पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
(3) बच्चों को अधिगम हेतु अभिप्रेरित करने के लिए बहुत प्रभावशाली है।
(4) के भाव को अध्यापन-अधिगम प्रक्रिया में बारंबार पैदा करना चाहिए।
Ans- (2) का संज्ञान पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
21. निम्न में से अध्यापन-अधिगम का सबसे प्रभावशाली माध्यम कौन सा है ?
(1) विषय-वस्तु को यंत्रवत याद करना
(2) संकल्पनाओं के बीच संबंध खोजना
(3) बिना विश्लेषण के अवलोकन करना
(4) अनुकरण/नकल और दोहराना
Ans- (2) संकल्पनाओं के बीच संबंध खोजना
22. एक अध्यापिका को, दिये गए किसी कार्यकलाप में छात्रों की विभिन्न त्रुटियों का विश्लेषण करना चाहिए, क्योंकि
(1) इसके आधार पर वह दंड की मात्रा निर्धारित कर सकती है।
(2) त्रुटियों की समझ, अध्यापन-अधिगम प्रक्रिया के लिये अर्थपूर्ण है।
(3) इसके आधार पर वह ज्यादा त्रुटियाँ करने वाले छात्रों को दूसरे छात्रों से अलग कर सकती है।
(4) अधिगम केवल त्रुटियों के शोधन पर निर्भर है।
Ans- (2) त्रुटियों की समझ, अध्यापन-अधिगम प्रक्रिया के लिये अर्थपूर्ण है।
23. बच्चों को सीखने में कठिनाई होती है, जब –
(1) सूचना अलग-अलग टुकड़ों में प्रस्तुत की जाए।
(2) वो आंतरिक रूप से अभिप्रेरित हो ।
(3) अधिगम सामाजिक संदर्भ में हो।
(4) विषय-वस्तु को बहुरूपों में प्रस्तुत किया गया हो।
Ans- (1) सूचना अलग-अलग टुकड़ों में प्रस्तुत की जाए।
24. अधिगम की सर्वोत्तम अवस्था कौन सी है ?
(1) उच्च उत्तेजना, उच्च भय
(2) निम्न उत्तेजना, उच्च भय
(3) संतुलित उत्तेजना, कोई भय नहीं
(4) कोई उत्तेजना नहीं, कोई भय नहीं
Ans- (3) संतुलित उत्तेजना, कोई भय नहीं
25. अधिगम का संरचनात्मक विचार यह सुझाव देता है कि ज्ञान की संरचना में –
(1) बच्चों की कोई भूमिका नहीं होती।
(2) बच्चे पूर्ण रूप से वयस्कों पर निर्भर रहते हैं।
(3) बच्चे सक्रिय भूमिका निभाते हैं ।
(4) बच्चे पूर्ण रूप से पाठ्य-पुस्तकों पर निर्भर रहते हैं।
Ans- (3) बच्चे सक्रिय भूमिका निभाते हैं ।
26. अधिगम के लिए निम्न में से कौन-सी धारणा उपर्युक्त है ?
(1) योग्यता सुधार्य है।
(2) योग्यता अटल है।
(3) प्रयासों से कोई फर्क नहीं पड़ता।
(4) असफलता अनियंत्रित है।
Ans- (1) योग्यता सुधार्य है।
27. निम्न में से कौन-सी परिपाटी, विद्यार्थियों में संकल्पनात्मक समझ में बढोत्तरी करने में सहायक है?
(1) प्रतिस्पर्धा आधारित प्रतिस्पर्धाएँ
(2) पाठ्य-पुस्तक-केंद्रित शिक्षाशास्त्र
(3) बारंबार परीक्षाएँ
(4) अन्वेषण और संवाद
Ans- (4) अन्वेषण और संवाद
28. एक कार्य के दौरान, सायना स्वयं से बात कर रही है कि वह कार्य पर किस प्रकार प्रगति कर सकती है । लेव वायगोत्स्की के भाषा और चिंतन/सोच के बारे में दिए गए विचारों के अनुसार, इस तरह का ‘व्यक्तिगत वाक’ क्या दर्शाता है ?
(1) संज्ञानात्मक अपरिपक्वता
(2) स्व: नियमन
(3) आत्म-केन्द्रिता
(4) मनोवैज्ञानिक विकार
Ans- (2) स्व: नियमन
29. मूल्यांकन पद्धतियों का लक्ष्य होना चाहिए –
(1) विद्यार्थियों को नामांकित करना ।
(2) योग्यता-आधारित समूहों में विद्यार्थियों को विभाजित करना।
(3) विद्यार्थियों की जरूरतों एवम् आवश्यकताओं की पहचान करना ।
(4) पुरस्कार-वितरण हेतु उच्च-अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की पहचान करना।
Ans- (3) विद्यार्थियों की जरूरतों एवम् आवश्यकताओं की पहचान करना ।
30. बच्चों के विकास की व्यक्तिगत विभिन्नताओं को किस पर प्रतिरोपित किया जा सकता है?
(1) केवल आनुवंशिकता पर
(2) केवल पर्यावरण पर
(3) ना आनुवंशिकता पर ना पर्यावरण पर
(4) आनुवंशिकता एवम् पर्यावरण की पारस्परिकता पर
Ans- (4) आनुवंशिकता एवम् पर्यावरण की पारस्परिकता पर
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